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केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) का उद्गम
केंद्रीय विद्यालय संगठन की स्थापना और इतिहास
केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1963 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना था जिनके माता-पिता केंद्र सरकार के कर्मचारियों के रूप में विभिन्न स्थानों पर स्थानांतरित होते रहते हैं।
प्रारंभ में इन विद्यालयों को “केंद्रीय विद्यालय” के नाम से जाना जाता था, लेकिन 15 दिसंबर 1965 को एक स्वायत्त संगठन के रूप में “केंद्रीय विद्यालय संगठन” की स्थापना की गई। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
स्थापना के उद्देश्य:
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को समान और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना ताकि स्थानांतरण के कारण उनकी शिक्षा में किसी प्रकार का व्यवधान न आए।
समान पाठ्यक्रम: सभी केंद्रीय विद्यालयों में एक समान पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियों का पालन करना ताकि विद्यार्थी कहीं भी स्थानांतरित होने पर शिक्षा में आसानी से सामंजस्य बैठा सकें।
सर्वांगीण विकास: विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना, जिसमें शैक्षिक, सांस्कृतिक, शारीरिक और नैतिक शिक्षा शामिल हो।
राष्ट्रीय एकता और भारतीय संस्कृति का संवर्धन: विद्यार्थियों में राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सद्भाव और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना।
केंद्रीय विद्यालय संगठन का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है और इसमें 1200 से अधिक विद्यालय शामिल हैं, जो लाखों विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करते हैं। इसके अलावा, कुछ केंद्रीय विद्यालय विदेशों में भी संचालित होते हैं, जहां भारतीय दूतावासों के कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है।